अशोक ने अपने ही हाथ से 500 अधिकारियों का सिर कलम किया था!
- AMAN Chauhan
- Sep 15, 2021
- 2 min read
अशोक या 'अशोक' (लंबाई २६९ - २३२) ऐतिहासिक भारत में मौर्य वंश के एक राजा में बदल गया। अशोक को देवनामप्रिय और प्रियदर्शी आदि नामों से भी जाना जाता है। उस समय के दौरान मौर्य राष्ट्र उत्तर में हिंदुकुश चरणों से लेकर गोदावरी नदी के दक्षिण तक और दक्षिण में मैसूर, कर्नाटक और पूर्व में बंगाल से लेकर पश्चिम में अफगानिस्तान तक फैला हुआ था। यह उस समय तक का सबसे बड़ा भारतीय साम्राज्य था। सम्राट अशोक को अपने महान साम्राज्य के उच्च कुशल प्रशासन और बौद्ध धर्म के प्रचार के लिए जाना जाता है। अशोक को पूरा प्राचीन भारत ( Prachin Bharat Ka itihas ) महान मानता है,क्या यह सच में सही है-- आइये जाने

अशोक ने अपने ही हाथ से 500 अधिकारियों का सिर कलम किया था!
303 ईसा पूर्व में चंद्रगुप्त मौर्य की मृत्यु के बाद, उनके पुत्र बिंदुसार ने अपना राज्य अफगानिस्तान से बंगाल तक बढ़ाया। फिर 274 ईसा पूर्व में उनकी भी बीमारी के बाद मृत्यु हो गई। इससे पहले, उन्होंने अपने एक बेटे सुशीमा को राजकुमार घोषित किया था। त्सुशिमा अपने पिता के निधन के समय भारत-अफगानिस्तान सीमा पर बदल गईं। टहलते हुए पटना आ गए। लेकिन वहां अशोक का दर्जा हो गया। उसने यूनानी योद्धाओं की सहायता से सिंहासन पर कब्जा कर लिया। ऐसा प्रतीत होता है कि त्सुशिमा गेट पर ही मारे गए। ऐसी भी संभावना है कि उसे आवान में जिंदा भूना गया हो! इसके बाद हत्याओं का सिलसिला शुरू हुआ। जो चार साल तक चला। बौद्ध ग्रंथों में बताया गया है कि उसने अपने 99 भाइयों को मार डाला। लेफ्ट बेस्ट टिस। कई अधिकारी भी मारे गए। अशोक ने अपने ही हाथ से 500 अधिकारियों को काट डाला था। अशोक 270 ईसा पूर्व में राजा बने थे। उस समय उन्हें चंदशोक कहा जाने लगा।
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