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अशोक जिसने अपने 99 भाइयों का कत्ल कर डलवा दी थीं लाशें कुए में

  • Writer: AMAN Chauhan
    AMAN Chauhan
  • Aug 30, 2021
  • 2 min read

Updated: Sep 15, 2021

आपने शायद महाराजा अशोक के बारे में पढ़ा होगा कि बुद्ध की शिक्षाओं से उनका हृदय बदलने से पहले वे असाधारण रूप से युद्ध के प्रति आसक्त थे। वे जहां भी सेना के साथ जाते, वे जीत जाते। बाद में उन्होंने शांति का संकल्प लिया और हमेशा के लिए उस पर कायम रहे। फिर भी, दोनों प्रकार के अशोक के बारे में हमेशा बात की जाती है। उस काल के संकेत अभी तक बेदाग हैं, जिसके माध्यम से हमें पुराने अवसरों के बारे में जानकारी मिलती है। Prachin Bharat Ka itihas उनको अशोक महान से जनता है।




बिहार की राजधानी पटना में एक कुआं है. इसका नाम आगम कुआं है। कहा जाता है कि सम्राट अशोक ने अपने भाई-बहनों को मारकर इसी कुएं में फेंक दिया था। कुएं के पास ही देवी शीतला का स्थान है। यहां प्रेमी शीतला माता को खूब पसंद करते हैं। यह माना जाता है कि महामहिम से व्यक्ति को कई संक्रमणों से मुक्ति मिलती है। नतीजतन, कुएं के पानी को अलौकिक माना जाता है।


Bharat Ka Itihas प्रामाणिक अभिलेखों के अनुसार, चारों ओर महाराजा अशोक के काल में खोजे गए थे। माना जाता है कि उस समय से लेकर आज तक यह कुआं कभी वाष्पित नहीं हुआ। इसमें हर मौसम में नया पानी होता है। हालांकि कई लोग इस बात की गारंटी देते हैं कि इस कुएं के पानी की रंगत बदलती रहती है।


आज इसकी गहराई 100 फीट से कुछ ज्यादा है। कुएं से जुड़ी कई दिलचस्प मान्यताएं हैं। ऐसा कहा जाता है कि कुएं के अंदर 9 और छोटे कुएं हैं। यहां बेसमेंट भी है।



महाराजा अशोक के काल में उनका भाग्य यहीं रखा गया था।


इस कुएं से जुड़ी सबसे भयंकर कहानी के अनुसार, जब महाराजा अशोक ने विस्फोट किया, तो उन्होंने अपने 99 भाई-बहनों को मार डाला और उनके शवों को इस कुएं में डाल दिया। उनकी नाराजगी का सबसे जबरदस्त कारण उनकी मां की हत्या थी। इसके बाद अशोक की नाराजगी बढ़ती ही जा रही थी। उसने अग्रिम पंक्ति के कई लोगों को मार डाला।


बाद में, जब कलिंग का संघर्ष हुआ, तो उन्होंने शवों का ढेर देखा और बुद्ध के पाठों से प्रभावित होने के मद्देनजर युद्ध का रास्ता छोड़ दिया।


उन्होंने अपने युद्ध के बाद के समय को सरकारी सहायता कार्य में पृथ्वी पर बिताया। अशोक के शासन काल में भारत आए चीनी खोजकर्ताओं ने भी इस कुएं का चित्रण किया है। इससे कुएं के अवशेष का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।



 
 
 

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